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Sunday 3 February 2013

दिल्ली जल बोर्ड में 10 हजार करोड़ रु. का घोटाला


नई दिल्ली।। दिल्ली में हजारों करोड़ रुपए के कथित बिजली घोटाले का पर्दाफाश करने के एक दिन बाद अरविंद केजरीवाल की पार्टी 'आप' ने शनिवार को दिल्ली पानी के बिल में बेहिसाब बढ़ोतरी का मुद्दा उठाया। इसके मुताबिक पिछले 8 साल में पानी के बिल में हुई 18 गुना बढ़ोतरी दरअसल 10 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का नतीजा है।

'आप' के मुताबिक, 2004 में एक मिडल क्लास फैमिली 45 किलोलीटर पानी के लिए 73 रुपए महीना पानी बिल देती थी, वह अब बढ़कर 1355 रुपए हो गया है। इस भयंकर और बेहिसाब बढ़ोतरी के चलते दिल्ली में आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है।

केजरीवाल की नवगठित पार्टी ने आरोप लगाया कि शीला दीक्षित के करप्शन की वजह से ही दिल्ली में पानी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। सोनिया विहार वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट चलाने वाली फ्रांसीसी कंपनी डेग्रोमेंट भी इस करप्शन में शामिल है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 140 एमजीडी क्षमता वाले इस प्लांट को 90 मिलियन गैलन डेली (एमजीडी) गंदा पानी रोज दिया जाता है पर इससे 140 एमजीडी साफ पानी निकलता है। यह चमत्कार कैसे हो रहा है? ऐसा तब है जब जल बोर्ड की प्रेजिडेंट खुद सीएम शीला दीक्षित हैं।


'आप' ने नांगलोई वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पर भी घोटाले का आरोप लगाया। इस प्लांट के लिए वॉटर ट्रीटमेंट, डिस्ट्रीब्यूशन और बिल कलेक्शन का काम फ्रांस की कंपनी वेयोलिया (Veolia) करती है। इस कंपनी को दिल्ली जल बोर्ड ट्रीटमेंट के लिए गंदा पानी और बिजली मुफ्त में देती है। बदले में इन कामों के लिए वेयोलिया जल बोर्ड से 14 रुपए प्रति किलोलीटर के हिसाब से वसूलती है। यही काम पहले दिल्ली जल बोर्ड 5 रुपए प्रति किलोलीटर के हिसाब से करता था।

'आप' ने कहा कि दिल्ली में पानी और बिजली के दाम बढ़ाने के मुद्दे पर पार्टी ने अब गली-गली में अभियान शुरू कर दिया है। 'आप' के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नजफगढ़ से एक बड़ी जनसभा से साथ इस अभियान की शुरुआत की। शनिवार को केजरीवाल और संजय सिंह अपने साथियों के साथ नजफगढ़ के लोगों से मुलाकात की। केजरीवाल ने लोगों से बताया कि कैसे शीला दीक्षित, टाटा और अंबानी के करप्शन के लिए ढाल बनकर काम कर रही है। शाम 5 बजे केजरीवाल जनसभा को संबोधित किया। उधर, पूर्वी दिल्ली में 'आप' मेंबर मनीष सिसोदिया ने जनसंपर्क के जरिए इस अभियान की शुरुआत की।



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